न्यूज़गेट प्रैस नेटवर्क
दूरसंचार विभाग ने देश की तीन प्रमुख कंपनियों रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को 5G स्पेक्ट्रम आवंटित कर दिया है। टेलीकॉम कंपनियों को 700 मेगाहर्टज, 3.5 गीगाहर्टज और 26 गीगाहर्टज बैंड के स्पेक्ट्रम दिए गए हैं। इन कंपनियों को 5जी का परीक्षण शहरों के साथ ही ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में भी परीक्षण करना होगा।
ट्रायल स्पेक्ट्रम का आवंटन जियो और एयरटेल के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों ही कंपनियों के पास 5जी का नेटवर्क तैयार है। कोरोना के प्रकोप के बावजूद दोनों कंपनियों के डेटा इस्तेमाल में भारी बढ़ोत्तरी हुई है। इस महीने के शुरु में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि सरकार ने 5जी ट्रायल के लिए 13 आवेदनों को मंजूरी दी है। इसके लिए दूरसंचार विभाग को कुल 16 आवेदन मिले थे। सरकार ने इससे हुवावे और जेडटीई जैसी चीनी कंपनियों को दूर रखा है। इसकी शर्तों में एयरवेव का इस्तेमाल केवल ट्रायल के लिए करना शामिल है। इनका कॉमर्शियल इस्तेमाल बिलकुल नहीं किया जा सकता।
अमेरिकी टेक्नोलॉजी फर्म क्वालकॉम के साथ मिल कर रिलायंस जियो अमेरिका में अपनी 5जी टेक्नोलॉजी का परीक्षण कर चुकी है। फिलहाल अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड और जर्मनी जैसे देशों में 5जी ग्राहकों को एक जीबीपीएस इंटरनेट स्पीड की सुविधा मिल रही है। वैसे ये सेवा दुनिया के 68 देशों में शुरू हो चुकी है। इनमें श्रीलंका, ओमान, फिलीपींस, न्यूजीलैंड जैसे कई छोटे देश भी हैं।
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