न्यूज़गेट प्रैस नेटवर्क
निवेश के लिहाज से ब्रिटेन अब दुनिया का चौथा पसंदीदा देश बन गया है। पहले यह स्थान भारत को हासिल था, मगर अब भारत पांचवें नंबर पर आ गया है। यह दावा प्राइस वाटरहाउस कूपर्स के एक सर्वे में किया गया है।
इस फर्म ने दुनिया भर की पांच हजार से ज्यादा कंपनियों के सीईओ के बीच यह सर्वे किया। निवेश के मामले में पहले स्थान पर अमेरिका, दूसरे पर चीन और तीसरे पर जर्मनी हैं। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक निवेश के लिए सबसे पसंदीदा तीन देशों के स्थान में कोई बदलाव नहीं हुआ है। बस ब्रिटेन चौथे नंबर पर आ गया है जो पहले पांचवें स्थान पर था। इससे भारत पांचवें स्थान पर पहुंच गया है।
प्राइस वाटरहाउस कूपर्स का मानना है कि ब्रैक्जिट के कारण यानी यबरोपीय यबनियन से अलग होने की वजह से निवेशक ब्रिटेन की ओर खिंचे हैं। यहां तक कि अमेरिकी और जर्मन कंपनियां भी अब ब्रिटेन में निवेश करना चाहती हैं। औपचारिक रूप से ब्रिटेन पिछले साल 31 जनवरी को यूरोपियन यूनियन से अलग हो गया था। इसकी प्रक्रिया 2016 से चल रही थी। प्राइस वाटरहाउस कूपर्स ने अपना यह सर्वे इस साल जनवरी और फरवरी में किया।
इससे यह भी पता लगा कि दुनिया अब कोरोना वायरस के प्रकोप से बाहर आ रही है। सर्वे में जितने भी सीईओ शामिल किए गए उनमें से 76 प्रतिशत ने उम्मीद जताई कि इस साल दुनिया की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
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