न्यूज़गेट प्रैस नेटवर्क
ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं होने के केंद्र सरकार के दावे के बाद अब यह बात सामने आने लगी है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से मौतें हुई थीं। आंध्र प्रदेश की सरकार ने माना है कि उसके यहां ऑक्सीजन की कमी से कुछ मरीजों की मौत हुई थी। पंजाब सरकार ने भी कहा है कि चार लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई।
केंद्र सरकार के मुताबिक पंजाब ने कहा है कि उसके यहां कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के चलते चार संदिग्ध मौतें हुईं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के मुताबिक यह मुद्दा संसद में उठने के बाद राज्यों से खास तौर से इसके आंकड़े मांगे गए थे। जिन राज्यों ने इसका जवाब दिया है उनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, ओडिशा, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, हिमाचल प्रदेश शामिल हैं। आंध्र प्रदेश सरकार ने भी केंद्र को बताया कि राज्य में कुछ कोरोना मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई।
असल में पिछले महीने सरकार ने संसद में कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से देश में एक भी मरीज की मौत नहीं हुई। मगर इस मुद्दे पर विपक्ष के हमलावर रुख को देखते हुए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से फिर से पूछा गया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से उनके यहां कितनी मौतें हुईं।
मगर लव अग्रवाल के इस दावे के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि केंद्र ने दिल्ली सरकार से कभी नहीं पूछा कि यहां ऑक्सीजन की कमी से कितनी मौतें हुई हैं। उनके मुताबिक केंद्र से हमें ऐसा कोई पत्र नहीं मिला। इसके साथ ही सिसोदिया ने कहा कि हमने तय किया है कि दिल्ली सरकार ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की पूरी जानकारी एक रिपोर्ट की शक्ल में केंद्र को भेजेगी।
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