न्यूज़गेट प्रैस नेटवर्क
आईएमएफ यानी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का मानना है कि भारत की अर्थव्यवस्था इस साल 9.5 प्रतिशत और अगले साल यानी 2022 में 8.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी। इतनी ज्यादा विकास का अनुमान उसने किसी और देश के लिए नहीं लगाया है।
कोष की चीफ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने यह रिपोर्ट जारी होने के बाद कहा कि भारत में कोरोना का वैक्सीनेशन तेजी से हुआ है जिससे अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने में फायदा मिला है। ध्य़ान रहे कि पिछले वित्त वर्ष यानी 2020-21 में देश की विकास दर गिर कर निगेटिव 7.3 प्रतिशत पर पहुंच गई थी। ऐसा पिछले चार दशक में पहली बार हुआ था।
अब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था में तेजी आती लग रही है। इसीलिए चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में विकास दर 20.1 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। मगर इसके पीछे सच्चाई यह है कि पिछले साल वह इतनी नीचे गिर गई थी कि उसके वापस कोरोना पूर्व की स्थिति में पहुंचने के लिए उस कहीं ज्याद तेजी की दरकार होगी।
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