न्यूज़गेट प्रैस नेटवर्क
एनएन कौल
फ्यूल कार्ड जैसे खास क्रेडिट कार्ड की मांग देश में लगभग दस गुना बढ़ गई है। पूरे देश में कुल जितने क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल हो रहे हैं उनमें फ्यूल कार्डों का हिस्सा बढ़ कर 13.1 प्रतिशत हो गया है। पिछले साल यह हिस्सेदारी 4.95 फीसदी थी। माना जा रहा है कि भविष्य में भी फ्यूल कार्डों की मांग बनी रहेगी। बैंक बाजार की मनीमूड रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
रिपोर्ट का कहना है कि पेट्रोल व डीजल की आसमान छूती कीमतें और महामारी के बीच अपने घर की जरूरत महसूस होने से देश में खर्चों को लेकर लोगों के रवैये में खासा बदलाव आया है। रिपोर्ट के हिसाब से इस साल क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की संख्या करीब 50 फीसदी बढ़ गई है और अब यह देश के कुल कुल क्रेडिट कार्ड रखने वालों के 12 प्रतिशत के बराबर हो गई है। पिछले साल यानी 2020 में क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वाली महिलाएं 8.41 प्रतिशत ही थीं। इनमें भी कम उम्र की महिलाओं में क्रेडिट कार्ड का प्रचलन ज्यादा है।
इस साल यानी 2021 की पहली तिमाही में होम लोन यानी मकान के लिए बैंको से लिए गए कर्ज का औसत आकार बढ़ कर 28.43 लाख रुपए हो गया। पिछले साल यानी 2020 की चौथी तिमाही में यह 27.74 लाख रुपए था। उसके बाद कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान इस मामले में थोड़ी कमी आई, लेकिन फिर साल की तीसरी तिमाही से इसमें सुधार शुरू हुआ। अब तो स्थिति यह है कि कई जगह डेढ़ करोड़ रुपए से भी ज्यादा बड़े होम लोन की मांग आने लगी है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पैसों को लेकर लोगों के व्यवहार के मामले में पुरुषों से ज्यादा सतर्क महिलाएं हैं। रिपोर्ट बताती है कि साल 2021 में 72 फीसदी महिलाओं का क्रेडिट स्कोर 700 या इससे ऊपर रहा, जबकि इतने क्रेडिट स्कोर वाले पुरुषों की तादाद 66 फीसदी है। इतना ही नहीं, इनमें से 40 फीसदी महिलाओं का क्रेडिट स्कोर तो 800 से भी ऊपर रहा जबकि पुरूषों में इतने क्रेडिट स्कोर वाले लोग 35.6 फीसदी ही थे।
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