दिल्ली में स्कूल अभी नहीं खुलेंगे। सरकारी हों या प्राइवेट, सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने को कहा गया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को यह घोषणा की। उनका कहना था कि कोरोना के चलते अभिभावकों के सुझावों पर यह फैसला लिया गया है।
सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि अभिभावकों में यह चिंता है कि स्कूल खुलेंगे तो संक्रमण फैल सकता है। उनके मुताबिक दूसरे देशों में जहां स्कूल खोले गए, वहां भी ऐसा देखा गया है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन क्लासें जिस तरह चल रही हैं वे लगातार जारी रहेंगी।
वैसे अनलॉक-5 के लिए 30 सितंबर को जारी गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक राज्य और 15 अक्टूबर के बाद क्रमबद्ध तरीके से स्कूल खोलने के बारे में फैसला ले सकते हैं। इसके लिए राज्य खुद स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी मानक प्रक्रिया तैयार करें जो केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के एसओपी पर आधारित होनी चाहिए। लेकिन दिल्ली सरकार ने हालात को देखते हुए स्कूलों को 31 अक्टूबर तक बंद रखने का फैसला किया था। अब दिल्ली सरकार की नई घोषणा से लगता है कि शायद राजधानी में नवंबर में भी स्कूल खुलने मुश्किल होंगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली में स्कूल फिलहाल खोले जाने की संभावना से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि अभी स्कूल नहीं खुल रहे।
देश भर में विश्वविद्यालय और तमाम स्कूल पिछली 16 मार्च से बंद हैं जब केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण को रोकने के मकसद से उन्हें बंद करने की घोषणा की थी। इसके बाद 25 मार्च को देश में लॉकडाउन लगा दिया गया था जिसमें धीरे धीरे कई तरह की ढील दी गई हैं। मगर शैक्षणिक संस्थान अब भी बंद हैं।
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