विनीत दीक्षित

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश के अगले विधानसभा चुनावों में हिस्सा लेगी। ये चुनाव 2022 में होने हैं। इस मंगलवार मुख्यमंत्री ने यह ऐलान करते हुए कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में हमें एक बार भी सरकार में आने का मौका मिल गया तो मैं दावा करता हूं कि वहां के लोग दूसरी सभी पार्टियों को भूल जाएंगे।

केजरीवाल का कहना था कि उत्तर प्रदेश में हर पार्टी की सरकार आई, लेकिन अपने घर भरने के सिवाय किसी ने राज्य के​ लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि आज छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए उत्तर प्रदेश के लोगों को दिल्ली आना पड़ता है। इसकी वजह यह है कि वहां की सभी पार्टियों ने लोगों को धोखा दिया है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की प्रत्येक सरकार भ्रष्टाचार के मामले में एक-दूसरे से आगे निकलने में लगी रही। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में सही और साफ नीयत वाली राजनीति केवल आम आदमी पार्टी दे सकती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी किसी भी बड़े दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पर छोटे दलों के साथ वह गठबंधन कर सकती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को गंदी राजनीति और भ्रष्ट नेताओं ने विकास से दूर रखा है। इसलिए दिल्ली में जो सुविधाएं लोगों को मिल रही हैं, वे उत्तर प्रदेश में नहीं मिल रहीं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आम आदम पार्टी की सरकार बनी तो वहां भी दिल्ली के विकास मॉडल को लागू करेंगे।

ध्यान रहे, आम आदमी पार्टी दिल्ली के अलावा पंजाब, गोवा और हरियाणा में विधानसभा के चुनाव लड़ चुकी है। इनमें से केवल दिल्ली और पंजाब में ही उसे अच्छी सफलता मिल सकी। अपने बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और फ्री बिजली-पानी के एजेंडा की बदौलत पिछले साल दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसने 70 में 62 सीटें जीत कर दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने में सफलता हासिल की है।

अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में उत्तर प्रदेश के लाखों लोग रहते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में उनकी पार्टी की तीसरी बार सरकार बनने के बाद से ऐसे कई लोगों ने मुझसे कहा है और उत्तर प्रदेश के कई संगठनों ने भी कहा है कि आम आदमी पार्टी को वहां भी विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहिए। केजरीवाल के मुताबिक उत्तर प्रदेश के इन भाई-बहनों ने मुझसे कहा कि जो सुविधाएं आपने दिल्लीवालों को दी हैं, वो हमें भी मिलनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मैंने उनसे पूछा कि हमारी ये छोटी सी पार्टी उत्तर प्रदेश में कैसे चुनाव लड़ सकती है तो इन लोगों ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश के लोग पुरानी पार्टियों से त्रस्त आ चुके हैं।

केजरीवाल ने आगे कहा कि आज कानपुर में रहने वाले किसी व्यक्ति को अपने बच्चे के लिए अच्छा कॉलेज चाहिए तो उसे दिल्ली भेजना पड़ता है। गोरखपुर में रहने वाले किसी को अपने माता-पिता का इलाज कराना है तो उसे दिल्ली आना पड़ता है। उन्होंने पूछा कि क्या भारत का सबसे बड़ा राज्य सबसे विकासशील या विकसित राज्य नहीं बन सकता? दिल्ली के संगम विहार में मोहल्ला क्लिनिक बन सकता है तो क्या लखनऊ के गोमतीनगर में मोहल्ला क्लिनिक नहीं बन सकता? अगर दिल्ली के सरकारी अस्पताल देश के सबसे बेहतरीन अस्पताल बन सकते हैं तो उत्तर प्रदेश के अस्पतालों की हालत इतनी खराब क्यों है? अगर दिल्ली के लोगों को चौबीस घंटे बिजली मिल सकती है तो उत्तर प्रदेश के लोग घंटों लंबे पॉवर कट क्यों बर्दाश्त करें? दिल्ली के लोगों को मुफ्त बिजली मिल सकती है तो वहां के लोगों को क्यों नहीं मिलनी चाहिए? वहां लोगों के पास इतने ज्यादा बिल क्यों आ रहे  हैं? केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली को बदल कर दिखा दिया। सरकार के पास पैसे की कमी नहीं होती है, नीयत की कमी होती है।

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव अभी दो साल दूर हैं। लेकिन बताया जाता है कि आम आदमी पार्टी ने राज्य में पंचायत चुनावों में बड़े पैमाने पर शिरकत करने का फैसला कर लिया है। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव अगले साल होने वाले हैं।