विनीत दीक्षित
नई दिल्ली। कांग्रेस अपने नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए ऑनलाइन वोटिंग कराएगी। इसके लिए कांग्रेस के प्रतिनिधियों को डिजिटल वोटर कार्ड जारी किए जाएंगे। पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने इस बाबत करीब जेढ़ हजार प्रतिनिधियों की सूची तैयार करना शुरू कर दिया है। सभी प्रदेश इकाइयों से कहा जा रहा है कि वे प्रतिनिधियों की तस्वीरें भेजें।
कांग्रेस की राजनीति के कई जानकार मानते हैं कि वैसे तो माना जा रहा था कि इस बार संगठन चुनावों के जरिये पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी की वापसी होगी, लेकिन अब ऑनलाइन वोटिंग को उनके रास्ते की अड़चन समझा जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो यह कांग्रेस में खासे बड़े उलटफेर की तरह देखा जाएगा। अगर राहुल अध्यक्ष नहीं चुने जाते हैं तो इससे माना जाएगा कि वे पार्टी में सबसे ज्यादा लोकप्रिय और निर्विवाद नेता नहीं हैं।
अगर राहुल गांधी के मुकाबले कोई मैदान में उतरता है तो केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण को चुनावों का पूरा इंतजाम करना होगा। वैसे दो राज्यों को छोड़ कर बाकी सभी राज्यों से प्रतिनिधियों की सूची मिल चुकी है। जब निर्वाचक मंडल की तैयारियां पूरी हो जाएंगी तो पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष को सूचित किया जाएगा।
एआईसीसी में डेलीगेट यानी प्रतिनिधियों की सूची आम तौर पर वही है जो 2017 में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाते वक्त थी। इस सूची में कोई फेरबदल होने पर लगातार संशोधन भी किया जाता रहा है। बताया जा रहा है कि इन प्रतिनिधियों को जो पहचान पत्र जारी किया जाएगा उस पर बारकोड होगा, जिसमें उसकी पूरी जानकारी होगी। चुनाव में कोई खामी न रहे, इस मकसद से यह सब किया जा रहा है।
असल में यह चुनाव पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह नियमित अध्यक्ष चुनने के लिए कराया जाएगा। इसमें नए अध्यक्ष का कार्यकाल दो साल होगा। इसका मतलब यह हुआ कि पार्टी अध्यक्ष का अगला चुनाव 2022 में होगा। पिछले साल के लोकसभा चुनावों में हार के बाद राहुल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से सोनिया गांधी पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष हैं। लेकिन पार्टी के अनेक नेता नियमित अध्यक्ष के चुनवा की मांग कर चुके हैं। कुछ समय पहले पार्टी के तेईस बड़े नेताओं ने सोनिया को एक पत्र लिख कर यह मांग रखी थी।
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