राजस्थान के 21 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों में भाजपा ने बाजी मारी है। जिल परिषद की 636 सीटों में से भाजपा को 353 और कांग्रेस को 252 सीटें मिली हैं। इसी तरह पंचायत समिति में भाजपा ने 1989 व कांग्रेस ने 1852 सीटें हासिल की हैं।

माना जा रहा था इन चुनावों में राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस हावी रहेगी। खास कर किसान आंदोलन को देखते हुए यही लग रहा था जिसे कांग्रेस समर्थन दे रही है, लेकिन भाजपा ने हालात पलट दिए।

कुल 4371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव में भाजपा के 1836 उम्मीदवार जीते जबकि कांग्रेस के 1718 उम्मीदवार ही जीत सके। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार निर्दलीयों को 422 व आरएलपी यानी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 56 सीटें मिली हैं। इसी तरह सीपीएम ने 16 व बसपा ने 3 सीटें जीतीं।

इन नतीजों के बाद से कांग्रेस में निराशा और भाजपा के खेमे में उत्साह लौट आया है। इस हार के एक दिन बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि चुनावी नतीजे उनकी आशा के अनुकूल नहीं रहे। सरकार कोरोना के चलते अपनी योजनाओं और कामों का ठीक से प्रचार नहीं कर पाई।