न्यूज़गेट प्रैस नेटवर्क
दक्षिण भारत में जिस तरह की राजनीति चलती रही है उसे आगे बढ़ाते हुए मौजूदा विधानसभा चुनावों के लिए सत्तासीन अन्नाडीएमके ने राज्य के हर परिवार के किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है। साथ ही उसने कहा है कि पार्टी केंद्र से सीएए यानी संशोधित नागरिकता कानू वापस लेने को कहेगी।
पार्टी की तरफ से घोषणापत्र पेश करते हुए रविवार को सी पोन्नैयन ने कहा कि दोबारा सरकार बनने पर हर साल हर परिवार को रसोई गैस के छह सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम भारत में श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों के लिए दोहरी नागरिकता और आवासीय परमिट देने के लिए केंद्र सरकार से गुजारिश करेंगे और सीएए वापस लेने को कहते रहेंगे।
इससे पहले शनिवार को डीएमके ने अपने घोषणापत्र में छात्रों को मुफ्त डेटा कार्ड के साथ टैबलेट देने और राज्य की 75 प्रतिशत नौकरियों को स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित करने का वादा किया था। इसके साथ ही हर राशनकार्ड धारक को चार हजार रुपए नकद देने का भी पार्टी ने वादा किया। घोषणापत्र स्वयं डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने जारी कया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो पेट्रोल व डीजल पर टैक्स घटा कर पांच रुपए लीटर तक की कमी की जाएगी। इसी तरह रसोई गैस सस्ती की जाएगी।
स्टालिन का कहना था कि वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता की मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए गठित समिति की सिफारिशों को लागू करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने सभी सरकारी विभागों के लिए महिला आरक्षण को 30 से 40 प्रतिशत करने का वादा भी किया। स्टॉलिन ने कुल 500 घोषणाएं कीं।
डीएमके अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी हिंदू विरोधी नहीं है। उन्होंने पार्टी घोषणा पत्र में हिंदू धार्मिक स्थलों के रखरखाव के लिए एक हजार करोड़ रुपये और मस्जिदों और चर्च के लिए 200 करोड़ रुपये देने का भी वादा किया। डीएमके जिन पार्टियों के सहयोग से चुनाव लड़ रही है उनमें कांग्रेस भी है। उधर अन्नाडीएमके का भाजपा के साथ गठबंधन हुआ है।
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