न्यूज़गेट प्रैस नेटवर्क
केंद्र और राज्यों की सरकारें कोरोना के संदर्भ में त्योहारी सीजन को लेकर आशंकित हैं। इसीलिए वे लगातार लोगों को भीड़ न लगाने और कोरोना नियमों का पालन करने की हिदायत भी दे रही हैं। मगर इस बीच भारत ही नहीं, ज्यादातर देशों में कोरोना वायरस का प्रकोप कमजोर पड़ा दिख रहा है।
पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों और इसकी वजह से अस्पतालों में भर्ती होने वालों की संख्या गट गई है। करीब दो महीने से भारत में केरल और महाराष्ट्र को लेकर सबसे ज्यादा चिंता जताई जा रही थी। वहां भी यह संख्या घट रही है। इसी तरह पिछले लगभग ढाई महीने से दुनिया में सबसे ज्यादा मामले ब्रिटेन और अमेरिका में आ रहे थे, वहां भी नए मामलों में कमी आई है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि ऐसा दुनिया भर में चल रहे वैक्सीनेशन और जागरूकता अभियान के कारण हुआ है।
अमेरिका में बहुत से लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे, उनकी वजह से और कोरोना वायरस के नए डेल्टा वेरिएंट के कारण बड़े पैमाने पर नए केस आ रहे थे। मगर एक महीने में वहां कोरोना मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की दर 25 फीसदी कम हो गई। सी तरह वहां कोरोना से मौतों की गिनती भी घटी है। भारत, इंडोनेशिया, थाइलैंड, फ्रांस और स्पेन में भी कोरोना मामलों में गिरावट का कारण डेल्टा वैरिएंट का असर कम होना समझा जा रहा है। देखा जाए तो पिछले दो महीनों में कोरोना की कोई बड़ी लहर किसी देश में नहीं दिखी है।
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